उन महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं के नाम जिनको उन्नति का अवसर नहीं मिला............


वो कहाँ जानती है
महिला दिवस क्या होता है
उसके लिए तो
रोटियों कि गोलाई ही
उसकी सफलता का पैमाना है
उड़ने के ख्वाब तो
देखे होंगे उसने भी
उसके पर कुतरने वालों को
कहाँ उनका अंदाज़ा है
एक अधूरी कहानी है वो
छीन कर उसके हाथ से
उसकी कलम, औरों ने
लिखा उसका फ़साना है